मैं हर पल तुझे महसूस करता हूं

“मैं हर पल तुझे महसूस करता हूं” – RhYmOpeDia इस शहर के हर मोड़ पे अकेला – अकेला सा महसूस करता हूँ ,घर किसी का भी टूटे, मैं टुटा – टुटा सा महसूस करता हूँ,दिल में बिछड़ने का दर्द किसी को भी हो, मैं वो दर्द महसूस करता हूं,प्यार कभी किसी से हुआ नहीं, फिर भीContinue reading “मैं हर पल तुझे महसूस करता हूं”

जरूरी है क्या?

“जरूरी है क्या?” – RhYmOpeDia तुम्हे जी लिया एक बार जिंदगी में, तुम्हे हासिल करना भी जरूरी है क्या? यूंही बातें चलती रही इशारों कि जुवान में, हर बात का मतलब निकालना भी जरूरी है क्या? हर शाम कोई ऐसी हो कि लड़खड़ा जाए दोनों, इश्क़ की राह में सम्हलना भी जरूरी है क्या? हरContinue reading “जरूरी है क्या?”

चलो तो सही

“चलो तो सही” – RhYmOpeDia चलो तुम्हारी आँखों में अपना शहर बसाते हैं, चलो तुम्हारी हसीं से अपना जहाँ रोशन करते हैं, चलो तुम्हारी आवाज़ को अपना संगीत बनाते हैं, चलो तुम्हारी चाल को अपनी चाल बनाते हैं, चलो तुम्हारे हाथों को थाम कर दूर तक का सफर करते हैं, चलो तुम्हारे बातों के साथContinue reading “चलो तो सही”

तुम पुछते हो

“तुम पुछते हो” – RhYmOpeDia तुम पुछते हो, मुझे उसमें क्या पसंद है? उसकी बातें पसंद हैं उसकी शरारतें पसंद हैं उसकी हल्की भूरी आँखें उसके होंठों के निचे तिल और उसकी मुस्कान पसंद है। उसकी दोस्ती पसंद है उसकी आवाज पसंद है उसकी रंगीन शख़्सियत उसकी हर एक छोटी से छोटी अदाएं उसका कातिलानाContinue reading “तुम पुछते हो”

मालूम नहीं

यह जो लड़ाई थी, जिसमें शामिल न तुम थे, न हम थे, फिर भी न जाने क्यों ये गरदीस थी? ये मौसम कि रूहानियत थी, वो हवा कि सर- सराती हुई बेरूखी थी, और सांसों की गिनती भी कम थी, और ऐसे में भी, तुम्हारा न आना तय था। मैं आज कि नहीं, उन लम्होंContinue reading “मालूम नहीं”

तुम हो कौन ?

अगर इश्क़ कोई जुर्म नहीं, फिर ये सजा क्यों। और है नफरत, तो भारत-पाकिस्तान सा रिश्ता क्यों ।। अगर दर्द कोई है तेरे दिल में, फिर ये बात क्यों। और है सुकुन, तो ये अस्पताल क्यों।। अगर रंज कोई है तेरे सोच में, फिर ये तंज क्यों। और है गीत , तो ये तीर क्यों।।Continue reading “तुम हो कौन ?”

तेरे चेहरे की तारीफ़ है!

तेरे चेहरे की क्या तारीफ़ है हर चीज़ इसकी बड़ी बारीक है, होठों पर बिखरी ये मुस्कान है करतीं ये लाखों का नुकसान है, नाक के ऊपर कजरारी आँखें है जो सबको उलझाती हैं। पर जनाब, ये चेहरा तो सिर्फ नकाब है ये तो मासूमो को फ़साने का जाल है, कई लोगों को इस चेहरेContinue reading “तेरे चेहरे की तारीफ़ है!”

क्या मुझसे मिलने आयी हो?

क्या मुझसे मिलने आयी हो? कह दो ना तुम, एक बार के लिए ही सही, बस कह दो कि तुम मुझसे मिलने आयी हो, सच कहता हूं, कोई और कारण रोक नहीं पाएगा मुझे, तुमसे मिलने से, बस तुम एक बार कह दो कि तुम मुझसे मिलने आयी हो। सच कहता हूं, अब मुझे फर्कContinue reading “क्या मुझसे मिलने आयी हो?”

ऐहसास

मैं लिखता हूँ, कागज और कलम से प्यार करता हूँ, भूख – प्यास के साथ तकरार करता हूँ, हर पल तेरी मौजूदगी का एहसास करता हूँ, बेरूखी हवाओं में भी तेरी रूह से ऐतवार करता हूँ, बेमौसम की तनहाई में खुद से बात करता हूँ, रात – दिन तेरी यादों के साथ फरियाद करता हूँ,Continue reading “ऐहसास”

पर अब, तुमसे प्यार नहीं है

नींद तो अब भी नहीं आती, भुख तो अब भी नहीं लगती, दिल और दिमाग की लड़ाई तो अब भी होती है, पर अब, तुमसे प्यार नहीं है। तेरे नाम पे आज भी चुप हो जाता हूँ, आज भी बोलते- बोलते लड़खड़ा जाता हूँ, कभी- कभी ही सही, पर तुम्हें याद तो आज भी करContinue reading “पर अब, तुमसे प्यार नहीं है”

Ishq Ki Beemari

Wo aayi to thi kajal laga ke, Lekin chli gyi mere dil ko nazar laga ke. Mil aaya kayi hakim aur pandito se, Laut aaya doctoro ki dehleej se, Le li salah kayi sahalakaro se, Maang li manat raam aur rahim se, Par ye mun dhoondhta hai abb bhi use hi andhere rasto pe, JisContinue reading “Ishq Ki Beemari”

लेकिन अब भी बाकी है

लिखा है अकेले अबतक , अब तुम्हारे साथ लिखना बाकी है। लिखे है मैंने पन्ने कई, लेकिन तुम्हारे बारे में लिखना बाकी है। लिखा है तुम्हारी आँखों के बारे में, लेकिन उसकी नशीली अदाओं के बारे में लिखना बाकी है। लिखा है तुम्हारे होंठो के बारे में, लेकिन उसकी मदहोशी के बारे में लिखना बाकीContinue reading “लेकिन अब भी बाकी है”

Meri Aadate

Maine uss gali mai jaana chhod diya Jis se teri buu aati hai. Mai ne unn rato se bair krr liya Jo teri yaad dilati hai. Maine khud se milna chhod dya, Kyuki wo tumhara hua krta tha. Mai ne saaas lena bhi chor diya Sayad wo hawa tujhe Chuu ke guzri ho. Maine SonaContinue reading “Meri Aadate”

Par Aaj

Bachpan mai aksar ek sawal guzar jaya karta tha, Har 2-4 dino pe, har hafte ya phir mahine, Par guzar ke jarur jaya karta tha, Aakhir Bade hoke kya ban na hai?? Kabhi josh sai keh deta tha doctor, To kabhi Engineer ,pilot , ya phir police, Jawab hamesha badalta pur tayar rehta tha, KiContinue reading “Par Aaj”

Maana ki wo meri Chahat thi

Maana ki wo meri chahat thi, Par wo anjani thi….. Arr anjano se hum pyar krte hai, Katai ishq nahi. Maana ki wo meri chahat thi, Par wo anjani thi…. Anjane aate hai arr chale jaate hai, Buss khwab si hakikat chor jaate hai. Maana ki wo meri chahat thi, Par wo anjani thi…… DilContinue reading “Maana ki wo meri Chahat thi”