तुम पुछते हो

“तुम पुछते हो” – RhYmOpeDia

तुम पुछते हो, मुझे उसमें क्या पसंद है?
उसकी बातें पसंद हैं
उसकी शरारतें पसंद हैं
उसकी हल्की भूरी आँखें
उसके होंठों के निचे तिल
और उसकी मुस्कान पसंद है।
उसकी दोस्ती पसंद है
उसकी आवाज पसंद है
उसकी रंगीन शख़्सियत
उसकी हर एक छोटी से छोटी अदाएं
उसका कातिलाना अंदाज पसंद है।
और तुम पुछते हो, मुझे उसमें क्या पसंद है।

तुम पुछते हो, मुझे उससे क्यों प्यार है?
तो मेरी मोहब्बत का राज़ तुम
उन हवाओं से पूछो जो आज उसे छूने के बाद बावरी हो गई,
उन वादियों की खुबसूरती से पूछो जो उसके सामने पल भर टीक न पाई,
उन बारिश के बूंदों से पूछो जो उससे रूबरू होने इतनी दूरी तय कर धरती पर आई,
उन फूलों से पूछो जो उससे मिलने से पहले अपने खुशबू पर इतराया करती थी,
उन पक्षियों से पूछो जो कभी अपने मधुर आवाज को लेकर जानी जाती थी,
और तुम पुछते हो, मुझे उससे प्यार क्यों है।

तुम पुछते हो, मुझे वो इतनी खास क्यों है?
तो क्या कभी आसमान से पूछा है कि वह नीला क्यों है?
क्या कभी सुरज से पूछा है कि वह इतना ज्वलनशील क्यों है?
क्या कभी चांद से पूछा है कि वह खुबसूरत क्यों है?
क्या कभी धरती से पूछा है कि वह गोल क्यों है?
क्या कभी खुशबू से पूछा है कि वह खुशनुमा क्यों है?
क्या कभी दिन से पूछा है कि वह रात के बाद क्यों है?
क्या कभी कश्मीर से पूछा है कि वह स्वर्ग क्यों है?
और तुम पुछते हो, मुझे वो इतनी खास क्यों है।

तुम पुछते हो, मुझे वह कैसी पसंद है?
हंसते- खिलखिलाते पसंद है
मंद-मंद मुस्कुराते पसंद है
कभी-कभार गुस्साते पसंद है
जल्दी-जल्दी बोलते पसंद है
आदाब में हिचक पसंद है
चेहरे पर हया पसंद है
नखरो के संग अभियान करते पसंद है
आंखों से बात जाहिर करते पसंद है
वह जैसी है वैसी ही पसंद है
वह मुझको काले कमीज़ में बेहद पसंद है
और तुम पुछते हो, मुझे वह कैसी पसंद है।


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Published by Keshav Sawarn

I'm not perfect bcz im not fake....

47 thoughts on “तुम पुछते हो

  1. बेहतरीन रचना है ! तारीफ़ करने का अनूठा अंदाज़ ! साधुवाद आपको |
    चलिये , हँसी हँसी में मैं भी कुछ कह देता हूँ :
    जब
    आप कहते हो ,”मुझे वो पसंद है | ”
    फिर
    हमने क्यों जानना है कि
    आपको वो क्यों,कैसी पसंद है !
    हम तो आपको जानते हैं
    इसलिये
    हमें तो यह जानना है कि
    उसे आप क्यों पसंद हैं ???

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  2. Superb….. unbelievable.. Hey, just give me your contact no. I’ll send you my picture and write something like this on me… please

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  3. It’s really best poem n.. I like this
    दिनकरजी का स्थान ले लिया भाई तुम……

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