जरूरी है क्या?

“जरूरी है क्या?” – RhYmOpeDia तुम्हे जी लिया एक बार जिंदगी में, तुम्हे हासिल करना भी जरूरी है क्या? यूंही बातें चलती रही इशारों कि जुवान में, हर बात का मतलब निकालना भी जरूरी है क्या? हर शाम कोई ऐसी हो कि लड़खड़ा जाए दोनों, इश्क़ की राह में सम्हलना भी जरूरी है क्या? हरContinue reading “जरूरी है क्या?”

चलो तो सही

“चलो तो सही” – RhYmOpeDia चलो तुम्हारी आँखों में अपना शहर बसाते हैं, चलो तुम्हारी हसीं से अपना जहाँ रोशन करते हैं, चलो तुम्हारी आवाज़ को अपना संगीत बनाते हैं, चलो तुम्हारी चाल को अपनी चाल बनाते हैं, चलो तुम्हारे हाथों को थाम कर दूर तक का सफर करते हैं, चलो तुम्हारे बातों के साथContinue reading “चलो तो सही”

Will You Take A Chance?

“Will You Take A Chance?” – RhYmOpeDia Hey, If you feel to cry, I will not let you try. Hey, If you think you are sad, I’ll be shoulder to your head. Hey, If you feel any alone, just give me a phone. Hey, If you feel so proud, I’ll be your crowd. Hey, IfContinue reading “Will You Take A Chance?”

तुम पुछते हो

“तुम पुछते हो” – RhYmOpeDia तुम पुछते हो, मुझे उसमें क्या पसंद है? उसकी बातें पसंद हैं उसकी शरारतें पसंद हैं उसकी हल्की भूरी आँखें उसके होंठों के निचे तिल और उसकी मुस्कान पसंद है। उसकी दोस्ती पसंद है उसकी आवाज पसंद है उसकी रंगीन शख़्सियत उसकी हर एक छोटी से छोटी अदाएं उसका कातिलानाContinue reading “तुम पुछते हो”

याद तो है ना

प्यार से थोड़ा कम ही सही, पर प्यार तो है ना। दोस्त से थोड़ा ज्यादा मानता हूं तुम्हें, कुछ बात तो है ना। तुझे, कुछ पता नहीं, पर तेरी हर बात मुझे याद तो है ना। मैं सुखा हुआ जमीन की तरह हूं, मानता हूं तु उसको भींगोने वाली बरसात तो है ना, तु उसकोContinue reading “याद तो है ना”

मालूम नहीं

यह जो लड़ाई थी, जिसमें शामिल न तुम थे, न हम थे, फिर भी न जाने क्यों ये गरदीस थी? ये मौसम कि रूहानियत थी, वो हवा कि सर- सराती हुई बेरूखी थी, और सांसों की गिनती भी कम थी, और ऐसे में भी, तुम्हारा न आना तय था। मैं आज कि नहीं, उन लम्होंContinue reading “मालूम नहीं”

एकतर्फा प्यार

एकतर्फा प्यार… अगर सच कहाँ जाये तो उस मुकम्मल प्यार से खूबसूरत और बेहतर होता है यह एकतर्फा प्यार! एक साफदिल भाव, वो मुझे चाहे ना चाहे, मै उसे चाहना कभी नही छोडुंगा, ना उससे कभी किसी अपनेपन कि आशा रखुंगा, बस उसकी खुशी मे ही मेरी खुशी! दो तर्फे प्यार मे अक्सर हम स्वार्थीContinue reading “एकतर्फा प्यार”