सच्चाई

“सच्चाई” – RhYmOpeDia पिछले कुछ दिनों जो भी घटना घटित हुई वह निंदनीय है चाहे वह किसी भी धर्म प्रचारकों और धर्म अनुयायियों के द्वारा इस संकट के समय में किया गया हो। इस समय आवश्यकता है कि लोग अपने परजीवी और संकीर्ण मानसिकता वाले सोच से ऊपर उठे और दूसरे के लिए नहीं तोContinue reading “सच्चाई”

एकतर्फा प्यार

एकतर्फा प्यार… अगर सच कहाँ जाये तो उस मुकम्मल प्यार से खूबसूरत और बेहतर होता है यह एकतर्फा प्यार! एक साफदिल भाव, वो मुझे चाहे ना चाहे, मै उसे चाहना कभी नही छोडुंगा, ना उससे कभी किसी अपनेपन कि आशा रखुंगा, बस उसकी खुशी मे ही मेरी खुशी! दो तर्फे प्यार मे अक्सर हम स्वार्थीContinue reading “एकतर्फा प्यार”

सर्कस निर्णय का

जीवन की डोर दूसरो को थामने का अवसर न दें। अपने जीवन को अपने तरीके से अौर अपने लिए जिये ना कि दूसरो के लिए। सर्कस और नेशनल पार्क में क्‍या अंतर है! जो दोनों जगह गए हैं, वही असली बात बयां कर सकते हैं। जो नहीं गए, वह दूसरों के अनुभव के आधार परContinue reading “सर्कस निर्णय का”

असफल या फिर सफल ?

मोबाइल, फेसबुक और अखबार उन बच्‍चों से भरे हैं, जिन्‍होंने दसवीं/बारहवीं में शानदार प्रदर्शन किया. बधाई ऐसे बच्‍चों के गले का हार बन गई है. मिसाल के लिए हमेशा घर की खिड़की से बाहर झांकते समाज में बच्‍चों की यह कामयाबी जितना उनका भला नहीं करती उससे कहीं अधिक उनका नुकसान करती है. सफल बच्‍चाContinue reading “असफल या फिर सफल ?”