एकतर्फा प्यार

एकतर्फा प्यार…
अगर सच कहाँ जाये तो उस मुकम्मल प्यार से खूबसूरत और बेहतर होता है यह एकतर्फा प्यार!
एक साफदिल भाव,
वो मुझे चाहे ना चाहे, मै उसे चाहना कभी नही छोडुंगा, ना उससे कभी किसी अपनेपन कि आशा रखुंगा,
बस उसकी खुशी मे ही मेरी खुशी!

दो तर्फे प्यार मे अक्सर हम स्वार्थी बन जाते है,
आशाये रखना शुरु कर देते है और फिर होता है अपेक्षाभंग, दिल टुटना, दर्द, और बहुत सारा मेलोड्रामा!

दुसरी ओर एकतर्फा प्यार बहुत ही पाक, सच्ची, निस्वार्थ भावना है,
पर पता नही फिर भी क्यूं लोग एकतर्फा प्यार से इतना नफरत करते है?

एकतर्फा प्यार…

हमारे इस प्यार को किसी के स्विकृती कि जरुरत नही होती है,
किसी से प्यार करने के लिये किसी के इजाजत कि भी जरुरत नही होती है,
हमारी वजह से उस दिल रूवा के चेहरे पर हसी भी आजाये, तो खुश होते हैं हम!
कभी किसी मुसीबत के वक्त अगर हम उसके काम आ जाए, तो खुश होते हैं हम!
इस प्यार मे भले ही तन्हा होते हैं हम, भले ही वह बदले में नही चाहती हो हमे,
पर उसके सिर्फ आसपास होने से खुश होते हैं हम!
हा! खुश होते हैं हम,
क्यूंकि किसी ओर को हक नही है अब हमारा दिल तोडने का!!!
हा! खुश होते हैं हम,
क्युंकि किसी को हक नही है हमें उसे चाहने से रोकने का…! ❤


Friends, if you have any questions, suggestions, feedback regarding this post , you can leave in the comment box. And if you like reading my work, do share it with your friends (on whatever social media you deem appropriate). It would be amazing to have more people reading my compositions. Please help my infinity grow bigger ∞


This content , ‘ एकतर्फा प्यार ‘ is under copyright of RhYmOpeDia.

imkeshavsawarn |

© 2018 RhYmOpeDia


How about this poem?
Like , Comment and Share


The First Things You Should do here at RhYmOpeDia:

  • If You’re New to RhYmOpeDia :Don’t forget to SIGN-IN on the Join Up With WordPress Kins Page to connect with other beautiful bloggers. Sign in Here – Join Up With WordPress Kins.
  • Follow RhYmOpeDia for further unclutched poems.

Published by Keshav Sawarn

I'm not perfect bcz im not fake....

6 thoughts on “एकतर्फा प्यार

Leave a comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.