जीवन की डोर दूसरो को थामने का अवसर न दें। अपने जीवन को अपने तरीके से अौर अपने लिए जिये ना कि दूसरो के लिए। सर्कस और नेशनल पार्क में क्या अंतर है! जो दोनों जगह गए हैं, वही असली बात बयां कर सकते हैं। जो नहीं गए, वह दूसरों के अनुभव के आधार परContinue reading “सर्कस निर्णय का”